माधव मदन मुरारी, माधव मदन मुरारी
चिन्तन में बस जाओ, चिन्ता तुम हर जाओ।
क्षण-क्षण के कण-कण में, दरस दिखाते जाओ।
भूल हुई है मुझसे, हे! जग के अधिकारी॥
माधव मदन मुरारी.....
मन की शक्ति बढ़ाओ, ऊर्जा पुञ्ज जगाओ।
पल-पल को मल-मल के केशव, शुद्ध बनाते जाओ।
भूल हुई इस मन से, हे! मन के शांताकारी॥
माधव मदन मुरारी......
तृष्णा के इस भव सागर को, पार कराते जाओ।
आदि-अन्त के सन्तापों का, शमन-दमन कर जाओ।
भूल हुई इस चित से, हे! चित के चितचोर बिहारी॥
माधव मदन मुरारी.....
डॉ हेमन्त केशव दत्त जोशी