आदित्य हृदय स्तोत्र ।। with संस्कृत lyrics एवं हिन्दी अर्थ के साथ

आदित्य हृदय स्तोत्र   वाल्मीकि रामायण के अनुसार “आदित्य हृदय स्तोत्र” अगस्त्य ऋषि द्वारा भगवान् श्री राम को युद्ध में रावण पर विजय प्राप्ति हेतु…

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श्री शिवसहस्रनामावली

ॐ नमः शिवाय श्री शिवसहस्रनामावलीः ॐ स्थिराय नमः, ॐ स्थाणवे नमः, ॐ प्रभवे नमः, ॐ भीमाय नमः, ॐ प्रवराय नमः, ॐ वरदाय नमः, ॐ वराय…

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श्री नव ग्रह स्तोत्रम्

जपाकुसुम संकाशं काश्यपेयं महाद्युतिम् । तमोऽरिं सर्वपापघ्नं प्रणतोऽस्मि दिवाकरम् ।। दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णवसम्भवम् । नमामि शशिनं सोमं शम्भोर्मुकुटभूषणम् ।। धरणीगर्भसम्भूतं विद्युत्कान्तिसमप्रभम् । कुमारं शक्तिहस्तं तं मंगलं…

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श्री दुर्गा आपदुद्धाराष्टकम्

श्री दुर्गा आपदुद्धाराष्टकम् नमस्ते शरण्ये शिवे सानुकम्पे, नमस्ते जगद्व्यापिके विश्वरूपे | नमस्ते जगद्वन्द्यपादारविन्दे, नमस्ते जगत्तारिणि त्राहि दुर्गे ||१||   नमस्ते जगच्चिन्त्यमानस्वरूपे, नमस्ते महायोगिनि ज्ञानरूपे ।…

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देवीमयी..तव च का किल न स्तुतिरम्बिके !

देवीमयी..तव च का किल न स्तुतिरम्बिके ! तव च का किल न स्तुतिरम्बिके !                       सकलशब्दमयी किल ते तनु: । निखिलमूर्तिषु मे भवदन्वयो                     मनसिजासु…

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शिवाष्टकम्

।। शिवाष्टकम् ‌।। प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं जगन्नाथ नाथं सदानन्द भाजाम् । भवद्भव्य भूतेश्वरं भूतनाथं, शिवं शङ्करं शम्भु मीशानमीडे ॥ 1 ॥ गले रुण्डमालं तनौ…

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पंचाङ्ग ज्ञान

पंचाङ्ग दैनिक व्यवहार तथा धार्मिक कार्यों हेतु उपयोगी होने के साथ-साथ प्रांत विशेष के देशाचार व लोकाचार के प्रतीक रूप में रहने की आवश्यकता की…

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देव्याः कवचम्

देवी कवच का नित्य प्रतिदिन पाठ अवश्य करना चाहिए। इस कवच के पाठ से शरीर के प्रत्येक अंग की रक्षा होती है। जीवन के प्रत्येक…

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श्रीकनकधारा स्तोत्रम || माता लक्ष्मीजी की शक्तिशाली स्तुति (संस्कृत में)

इसके श्रद्धा-विश्वाश पूर्वक पाठ-अनुष्ठान से ऋण मुक्ति और धन प्राप्ति होती है. यह विशेष मंत्र माता लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के पढ़ा जाता है. श्री…

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श्रीसूक्तम्

ऋग्वेद के दूसरे अध्याय के छठे सूक्त से अनुष्टुप छंद  में माता लक्ष्मी की अद्भुत स्तुति।   हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम् चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म…

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