श्री दुर्गा आपदुद्धाराष्टकम्

श्री दुर्गा आपदुद्धाराष्टकम् नमस्ते शरण्ये शिवे सानुकम्पे, नमस्ते जगद्व्यापिके विश्वरूपे | नमस्ते जगद्वन्द्यपादारविन्दे, नमस्ते जगत्तारिणि त्राहि दुर्गे ||१||   नमस्ते जगच्चिन्त्यमानस्वरूपे, नमस्ते महायोगिनि ज्ञानरूपे ।…

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देवीमयी..तव च का किल न स्तुतिरम्बिके !

देवीमयी..तव च का किल न स्तुतिरम्बिके ! तव च का किल न स्तुतिरम्बिके !                       सकलशब्दमयी किल ते तनु: । निखिलमूर्तिषु मे भवदन्वयो                     मनसिजासु…

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शिवाष्टकम्

।। शिवाष्टकम् ‌।। प्रभुं प्राणनाथं विभुं विश्वनाथं जगन्नाथ नाथं सदानन्द भाजाम् । भवद्भव्य भूतेश्वरं भूतनाथं, शिवं शङ्करं शम्भु मीशानमीडे ॥ 1 ॥ गले रुण्डमालं तनौ…

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देव्याः कवचम्

देवी कवच का नित्य प्रतिदिन पाठ अवश्य करना चाहिए। इस कवच के पाठ से शरीर के प्रत्येक अंग की रक्षा होती है। जीवन के प्रत्येक…

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श्रीकनकधारा स्तोत्रम || माता लक्ष्मीजी की शक्तिशाली स्तुति (संस्कृत में)

इसके श्रद्धा-विश्वाश पूर्वक पाठ-अनुष्ठान से ऋण मुक्ति और धन प्राप्ति होती है. यह विशेष मंत्र माता लक्ष्मीजी को प्रसन्न करने के पढ़ा जाता है. श्री…

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श्रीसूक्तम्

ऋग्वेद के दूसरे अध्याय के छठे सूक्त से अनुष्टुप छंद  में माता लक्ष्मी की अद्भुत स्तुति।   हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम् चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म…

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अष्टमूर्तिस्तव||संजीवनी विद्या प्रदान करने वाली स्तुति||(संस्कृत एवं हिंदी में)

महर्षि भृगु के वंश में उत्पन्न श्री शुक्राचार्य महान् शिवभक्तों में परिगणित है। इन्होने काशीपुरी में आकर एक शिंवलिंग की स्थापना की, जो शुक्रेश्वर नाम…

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सत्य की महिमा || श्रीशिवमहापुराण, उमासंहिता

सत्यमेव परं ब्रह्म सत्यमेव परं तपः सत्यमेव परो यज्ञः सत्यमेव परं श्रुतम् सत्यं सुप्तेषु जागर्ति सत्यं च परमं पदम् सत्येनैव धृता पृथ्वी सत्ये सर्वं प्रतिष्ठितम्…

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चाक्षुषी विद्या

इस मंत्र के पाठ से नेत्र के समस्त रोग दूर हो जाते है। नेत्र ज्योति सदा स्थिर रहती है। आठ ब्राह्मणों के द्वारा पाठ करने…

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